नागपुर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर आरोप: असलियत क्या है?
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जो बागेश्वर धाम के प्रमुख हैं, पर जनवरी 2023 में नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया गया था। आरोप था कि शास्त्री अपने धार्मिक कार्यक्रमों के जरिए लोगों को अंधविश्वास की ओर धकेल रहे हैं। यह आरोप अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव ने लगाया था।
क्या था मामला?
इस आरोप के बाद, नागपुर पुलिस ने जांच शुरू की। हालांकि, पुलिस जांच में कोई ठोस सबूत नहीं मिले, और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को क्लीन चिट मिल गई। पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा कि शास्त्री के कार्यक्रमों में कोई भी अंधविश्वास फैलाने वाली गतिविधि नहीं पाई गई। इसके साथ ही, अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून 2013 के तहत भी कोई अपराध नहीं पाया गया।
आरोप लगाने वालों की चुप्पी
शास्त्री ने आरोपियों को चुनौती दी कि वे सामने आकर अपनी बात रखें, लेकिन आरोप लगाने वाले अपनी शिकायत से पीछे हट गए और मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
निष्कर्ष
पुलिस जांच ने साबित कर दिया कि आरोप निराधार थे और शास्त्री को क्लीन चिट मिल गई। यह घटना यह दर्शाती है कि किसी भी सार्वजनिक शख्स पर आरोप लगाने से पहले पूरी जांच जरूरी होती है, ताकि सत्य सामने आ सके और किसी भी निर्दोष व्यक्ति की छवि को नुकसान न हो।