भारत के सबसे बड़े धोखेबाज़ साधु-महात्मा: एक गंभीर आरोप

भारत में धर्म और विश्वास की गहरी जड़ें हैं, और इसके कारण कई धर्मगुरु, साधु और महात्मा लोगों के बीच सम्मान और श्रद्धा के पात्र बनते हैं। लेकिन इतिहास में कुछ ऐसे भी साधु हुए हैं जिनके नाम पर बड़े धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं, जो न केवल धार्मिक विश्वास को ठेस पहुँचाते हैं, बल्कि समाज में अविश्वास का माहौल भी पैदा करते हैं।

  1. आशाराम बापू
    भारत के सबसे विवादित और धोखेबाज साधु में से एक, आशाराम बापू का नाम प्रमुख है। यह तथाकथित संत 2013 में नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद यह पता चला कि आशाराम बापू के खिलाफ कई अन्य महिलाओं ने भी यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके अलावा, उनके आश्रमों में होने वाली आपराधिक गतिविधियों और धन की हेरफेर की कहानियाँ भी सामने आईं।
  2. रामपाल जी
    रामपाल जी, जिन्हें ‘रामपाल महाराज’ के नाम से भी जाना जाता है, हरियाणा के एक विवादित संत रहे हैं। उन पर यह आरोप लगे कि उन्होंने अपने अनुयायियों को धोखे से विश्वास दिलाया और एक बड़ा धार्मिक साम्राज्य स्थापित किया। रामपाल को 2014 में हत्याओं और अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
  3. गुरमीत राम रहीम सिंह
    गुरमीत राम रहीम सिंह या “डेरा सच्चा सौदा” के प्रमुख भी भारतीय समाज में एक बड़े धोखेबाज के रूप में सामने आए। 2017 में, गुरमीत राम रहीम को एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा सुनाई गई। उनके आश्रम में कथित तौर पर शोषण, हिंसा, और धोखाधड़ी की घटनाएं हुई थीं।
  4. स्वामी नित्यानंद
    स्वामी नित्यानंद पर भी एक बड़ा धोखाधड़ी का आरोप है। वे एक प्रमुख धार्मिक नेता और स्वामी थे, लेकिन 2010 में एक सेक्स स्कैंडल में उनका नाम जुड़ा। इसके बाद उनके खिलाफ कई अन्य गंभीर आरोप सामने आए, और अंततः उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा।

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