सावधानी जरूरी: फर्जी एप्स से बचने के 8 तरीके और शिकार होने पर क्या करें?
नई दिल्ली:
आजकल लोग जरूरत पड़ने पर तुरंत लोन पाने के लिए ऑनलाइन लोन एप्स का सहारा लेते हैं। लेकिन, इस सुविधा के साथ बड़ा खतरा भी जुड़ा हुआ है। फर्जी लोन एप्स के जरिए लाखों लोगों के अकाउंट खाली किए जा रहे हैं। ये एप्स न सिर्फ निजी जानकारी चुराते हैं, बल्कि बैंक अकाउंट तक पहुंचकर पैसे उड़ा लेते हैं।
कैसे काम करते हैं ये फर्जी लोन एप्स?
Protect Yourself from Online Loan Scams
- ये एप्स तुरंत लोन देने का वादा करते हैं और यूजर से आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक डिटेल्स जैसी निजी जानकारी मांगते हैं।
- एप इंस्टॉल करते ही ये यूजर का फोन एक्सेस कर लेते हैं, जिससे गैलरी, कॉन्टैक्ट्स और मैसेज तक इनका पहुंच हो जाता है।
- लोन देने के नाम पर ये संवेदनशील डेटा चोरी कर यूजर को ब्लैकमेल करते हैं या सीधे बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं।
फर्जी एप्स की पहचान कैसे करें?
Steps to Identify Fake Loan Apps
- अनवेरिफाइड एप्स: प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर लिस्टेड न हो या अज्ञात वेबसाइट से डाउनलोड करने को कहे।
- फर्जी रिव्यू और रेटिंग: एप की रेटिंग अधिक लेकिन रिव्यू फर्जी और एक जैसे लगते हैं।
- अनुचित अनुमतियां: एप इंस्टॉल करने के बाद कॉल, मैसेज, गैलरी और कॉन्टैक्ट्स तक पहुंच मांगता है।
- बिना नियम व शर्तों के लोन ऑफर: एप में लोन की नियम और शर्तें स्पष्ट रूप से नहीं दी जातीं।
- असामान्य ईएमआई व ब्याज दर: सामान्य से अधिक ब्याज दर व अजीबोगरीब शर्तें।
- बिना वैध रजिस्ट्रेशन: आरबीआई (RBI) से अप्रूवल न हो और कोई प्रमाणित लाइसेंस न हो।
- सिर्फ व्हाट्सएप या मैसेज के जरिए संपर्क: कोई फिजिकल ऑफिस या कस्टमर सपोर्ट उपलब्ध नहीं होता।
- डेटा चोरी की गतिविधियां: एप इंस्टॉल करने के बाद फोन में संदिग्ध गतिविधियां शुरू हो जाती हैं।
अगर शिकार हो जाएं तो क्या करें?
- तुरंत बैंक से संपर्क करें: अकाउंट ब्लॉक करवाकर धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें।
- साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करें: www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं।
- CERT-In को सूचित करें: भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-In) को जानकारी दें।
- फोन से एप डिलीट करें: तुरंत एप को अनइंस्टॉल करें और सभी अनुमतियां हटा दें।
- पासवर्ड बदलें: बैंकिंग और ईमेल पासवर्ड तुरंत बदलें।
सावधान रहें, सतर्क रहें
ऑनलाइन लोन लेने से पहले हमेशा एप की प्रमाणिकता जांचें। आरबीआई से अप्रूव्ड एप्स का ही इस्तेमाल करें और अपनी संवेदनशील जानकारी अनजान एप्स को न दें।
ध्यान दें: फर्जी लोन एप्स से बचाव के लिए सतर्क रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।