ऐसा ही एक स्टार्टअप आया शार्क टैंक के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में. इस स्टार्टअप का नाम है कोग्रेड (cograd), जिसकी शुरुआत 2021 में यूपी के इटावा के रहने वाले सौरभ यादव और यूपी के ही फर्रूखाबाद के रहने वाले हिमांशु चौरसिया ने की है.फाउंडर्स कहते हैं कि आज के वक्त में करीब 14 करोड़ बच्चे गांव में पढ़ते हैं. वैसे तो स्कूलों में ट्रेन्ड टीचर और मॉडर्न असाइनमेंट होने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है. यहां तक कि हर 10 में से 6 स्कूलों में तो इंटरनेट तक नहीं पहुंचा है. यही वजह है कि 2020-21 में बहुत सारे स्कूल बंद हो गए.कोग्रेड का बिजनेस मॉडल इन्हीं बंद हो चुके स्कूलों पर चलता है. वह बंद हो चुके स्कूलों को रेंट पर लेते हैं और उन्हें एक शानदार मॉडर्न दिखने वाले स्कूल जैसा बना देते हैं. इस स्कूल में वह हर बच्चे से 500 रुपये फीस लेते हैं और उन्हें अच्छी एजुकेशन मुहैया कराते हैं. अभी कंपनी के 5 अपने स्कूल हैं और 10 स्कूलों को वह सपोर्ट करते हैं. इस तरह कुल मिलाकर यह स्टार्टअप करीब 8000 बच्चों को पढ़ा रहा है.को ट्रेनिंग मुहैया करते हैं.क्या है कंपनी का टर्नओवर?इस स्टार्टअप ने 2021-22 में 27 लाख रुपये की कमाई की. वहीं अगले साल कंपनी ने 70 लाख रुपये कमाए. पिछले कंपनी की कमाई 1.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. वहीं इस साल कंपनी ने पहली छमाही में 1.67 करोड़ रुपये का बिजनेस किया है और इस पूरे साल 10 करोड़ रुपये कमाने का टारगेट है. हुई 3-शार्क डीलफाउंडर्स ने अपने स्टार्टअप की 2 फीसदी इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये की फंडिंग मांगी. अनुपमऔर कुणाल तो इस डील से बाहर हो गए. वहीं विनीता ने 10 फीसदी इक्विटी के बदल 50 लाख रुपये और 3 साल के लिए 10 फीसदी की दर पर 50 लाख रुपये देने का ऑफर दिया. वहीं रितेश-नमिता ने साथ मिलकर 5 फीसदी के बदले 50 लाख रुपये और 3 साल के लिए 9 फीसदी ब्याज पर 50 लाख रुपये ऑफर किए. आखिरकार 6 फीसदी इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये पर तीनों शार्क ने डील की. वहीं बचे हुए 50 लाख रुपये 3 साल के लिए 9 फीसदी ब्याज पर कर्ज की तरह दिए.